CM रेस में कौन आगे?
एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (BJP), शिवसेना (बाळ ठाकरे गुट) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेताओं के बीच सीएम बनने की खींचतान है। इस समय BJP के नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे मजबूत उम्मीदवार के रूप में उभर कर सामने आ रहे हैं। वह राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं और उनकी सियासी समझ और प्रदेश में बीजेपी की मजबूत स्थिति उन्हें मुख्यमंत्री पद के लिए प्रमुख दावेदार बनाती है।
वहीं, शिवसेना के बाळ ठाकरे गुट के उद्धव ठाकरे का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है। हालांकि, उद्धव ठाकरे का राजनीतिक करियर कुछ उतार-चढ़ाव से गुजरा है, लेकिन उनका समर्थन शिवसेना के वफादार कार्यकर्ताओं और एक वर्ग के पास अब भी है। इसके अलावा, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) भी महाराष्ट्र के चुनाव में अहम भूमिका निभा रही हैं, हालांकि उनकी स्थिति भाजपा और शिवसेना के मुकाबले थोड़ी कमजोर मानी जा रही है।
एग्जिट पोल का विश्लेषण
इस एग्जिट पोल का विश्लेषण करते हुए यह स्पष्ट होता है कि महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना की गठबंधन सरकार के बनने के आसार सबसे अधिक हैं। हालांकि, कांग्रेस और NCP का समर्थन भी महत्वपूर्ण हो सकता है, खासकर यदि सरकार गठन में कोई अड़चन आती है।
एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल ने जो आंकड़े जारी किए हैं, उनके अनुसार बीजेपी और शिवसेना का गठबंधन अपनी स्थिति को मजबूत बनाए रखने में सफल हो सकता है, जबकि अन्य दलों को गठबंधन में कोई बड़ा बदलाव करने की आवश्यकता हो सकती है।
प्रमुख नाम जो सीएम रेस में हैं:
- देवेंद्र फडणवीस (BJP): पूर्व मुख्यमंत्री, जिन्हें प्रदेश में बीजेपी का चेहरा माना जाता है।
- उद्धव ठाकरे (शिवसेना): मौजूदा शिवसेना प्रमुख और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री।
- अजित पवार (NCP): NCP के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र सरकार के उपमुख्यमंत्री।
- सुप्रिया सुले (NCP): सुप्रिया सुले को भी आगामी चुनावों में एक संभावित उम्मीदवार माना जा रहा है।
इस चुनावी माहौल में कई राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं, लेकिन फिलहाल एग्जिट पोल से यह संकेत मिल रहे हैं कि महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना के गठबंधन की स्थिति मजबूत है। हालांकि, वास्तविक परिणाम चुनाव के बाद ही साफ होंगे, क्योंकि राज्य के चुनावी नतीजे हमेशा से अप्रत्याशित होते आए हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की दौड़ में कौन विजयी होगा, यह आगामी दिनों में और अधिक स्पष्ट होगा, जब मतदान और नतीजे सामने आएंगे।